- Home
- /
- फर्जी खबरें
- /
- पानी के पाईप से निकलते पैसों के...
पानी के पाईप से निकलते पैसों के बंडल का वीडियो है करीब 2 साल पुराना,अब भ्रामक दावे के साथ किया जा रहा शेयर, जानिए क्या है पूरा सच ?
- भ्रामक दावे के साथ वीडियो किया जा रहा शेयर
- पड़ताल में सामने आई सच्चाई
- नोट को पीली बाल्टी में भरते हुए देखा जा सकता हैं
डिजिटल डेस्क, भोपाल। सोशल मीडिया पर आए दिन कई तरह के हैरान कर देने वाले वीडियो सामने आते हैं जिसे देखकर लोगों के होश उड़ जाते हैं। इन दिनों एक ऐसा ही वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर ट्रेंड कर रहा हैं। दरअसल, इस वीडियो में कुछ लोगों को बिल्डिंग के बाहर लगे पानी के पाइप को काटकर नोटों के बंडल निकलाते हुए देखा जा सकता हैं। इसके बाद वीडियो में पाइप से निकलते नोट को पीली बाल्टी में भरते हुए देखा जा सकता हैं। वायरल वीडियो को देखने के बाद लोग दावा कर रहे हैं कि यह वीडियो दिल्ली में एक इंजीनियर के घर हुई छापेमारी का है।
फेसबुक पर 'विनीत गुप्ता' नाम के यूजर ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, " दिल्ली में पीडब्लूडी के इंजीनियर के घर छापा, 19 पानी के पाईप काटकर 13 करोड़ बरामद। "
पड़ताल-
भास्कर हिंदी की टीम ने जब वायरल वीडियो की पड़ताल कि तो पाया कि ये घटना दिल्ली की नही बल्कि कर्नाटक में एक पीडबल्यूडी इंजीनियर के घर हुई छापेमारी के समय का है। वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए सबसे पहले हमने वायरल वीडियो के कीवर्ड को गूगल पर सर्च किया। जिसके बाद हमें 'न्यूज तक' की वेबसाइट पर वायरल वीडियो से जुड़ी एक खबर मिली जिसे 25 नवंबर, 2021 को प्रकाशित किया गया था। इस खबर के अनुसार, "कर्नाटक के कलबुर्गी शहर में एक पीडबल्यूडी जूनियर इंजीनियर के घर 'एंटी करप्शन ब्यूरो' ने छापा मारा था। जिसमें 'एसीबी' की टीम को घर के बाहर लगे एक ड्रेनेज पाइप से नोटों की गड्डी बरामद हुई थी। छापेमारी के दौरान, एसीबी को लगभग 54 लाख रुपये जूनियर इंजीनियर के घर से दर्ज हुए। "
हमने इस घटना के संदर्भ में कई अन्य मीडिया रिपोर्ट्स को भी सर्च किया। जिसके बाद हमें कर्नाटक की छापेमारी की खबर का पूरा वीडियो यूट्यूब पर बीबीसी के ऑफिशियल चैनल पर भी मिला। जिसमें इस पूरी घटना को कर्नाटक के कलबुर्गी शहर में एक जूनियर इंजीनियर के घर एसीबी की रेड का ही बताया था।
क्या है सच्चाई
हमने वायरल वीडियो की पड़ताल में पाया कि कर्नाटक में हुई छापेमारी का वीडियो करीब 2 साल पुराने है जिस हाल ही के समय दिल्ली की एक घटना बताकर लोगों को गुमराह किया जा रहा है जो पूरी तरह से गलत।
Created On :   3 Aug 2023 8:35 PM IST